118 ऐप्स में पबजी सहित कई पॉपुलर ऐप्स भी शामिल हैं. PUBG पर इससे पहले भी डेटा लोकलाइजेशन को लेकर सवाल उठ रहे थे. हालाँकि हाल ही में कंपनी ने अपनी पॉलिसी में भी बदलाव किए थे.

PUBG Mobile Lite भी बैन कर दिया गया है. ये पबजी मोबाइल का लाइट वर्जन था.

इन सभी ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर और आईओएस से बैन किया जा रहा है. यानी एंड्रॉयड और आईफोन दोनों में ही ये ऐप्स नहीं काम करेंगे. अभी ये ऐप प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर देखे जा सकते हैं.

मोबाइल में काम करना बंद करेगा पबजी मोबाइल?

ये सवाल मुश्किल है. क्योंकि सिर्फ ऐप स्टोर या प्ले स्टोर से ऐप हटाने पर ऐप काम करता रहता है. अब सरकार पर डिपेंड करता है कि वो ऐप्स का फंक्शन बंद करेगी या नहीं. ऐसी स्थिति में सरकार टेलीकॉम कंपनियों और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स के जरिए ऐप्स का फंक्शन ब्लॉक करा सकती है.

डेटा लोकलाइजेशन का जहां तक सवाल है पबजी की तरफ़ से ये साफ़ कर दिया गया था कि भारत का डेटा भारत में ही स्टोर किया जाता है.

कई अलग अलग कैटिगरी के ऐप्स बैन किए गए हैं..

इन ऐप्स में एंटी वायरस, कैमरा ऐप, क्लीनर ऐप, मेमोरी बूस्टर, ऐप लॉक और वीपीएन शामिल हैं.